भारत में सफलता की कहानियों की कमी नहीं है, लेकिन कुछ कहानियाँ इतनी प्रेरणादायक होती हैं कि वे लाखों युवाओं के लिए मिसाल बन जाती हैं।
ऐसी ही कहानी है शशांक सिंह की — एक ऐसे उद्यमी की जिन्होंने आटा और चावल बेचकर ₹600 करोड़ का टर्नओवर हासिल किया है।
उनकी कंपनी का नाम है Poshn (पोषण), जो आज भारत की तेजी से बढ़ती B2B एग्रीटेक कंपनियों में से एक है।
🌾 शुरुआत छोटे स्तर से हुई
शशांक सिंह का सफर किसी बड़े बिज़नेस फैमिली से नहीं, बल्कि शून्य से शुरू हुआ।
उन्होंने सबसे पहले स्थानीय मंडियों में जाकर किसानों और डिस्ट्रीब्यूटर्स से जुड़ाव बनाया।
शुरुआत में उन्होंने सिर्फ आटा, चावल और दाल जैसी बुनियादी FMCG वस्तुएं बेचना शुरू किया — लेकिन उनका विज़न बहुत बड़ा था।
🚀 Poshn क्या है और कैसे काम करती है?
Poshn एक B2B प्लेटफ़ॉर्म है जो फूड और ग्रेन सप्लाई चेन को डिजिटल तरीके से जोड़ता है।
यह प्लेटफ़ॉर्म किसानों, थोक विक्रेताओं (wholesalers), और रिटेलर्स को एक साथ लाकर डायरेक्ट डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क बनाता है।
👉 इसकी मदद से छोटे दुकानदार भी सीधे बड़े सप्लायर्स से सामान खरीद सकते हैं,
जिससे बीच के बिचौलियों की लागत खत्म हो जाती है।
💡 शशांक सिंह का विज़न
शशांक का मानना है कि भारत में लाखों छोटे फूड ट्रेडर्स हैं जो अब तक डिजिटल दुनिया से नहीं जुड़े हैं।
उनका उद्देश्य है –
“देश के हर छोटे व्यापारी तक एक भरोसेमंद, पारदर्शी और डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पहुँचाना।”
उनकी मेहनत और सोच ने आज Poshn को 600 करोड़ रुपये से अधिक के वार्षिक टर्नओवर तक पहुँचा दिया है।
🏆 सफलता के पीछे की सोच
Poshn की टीम ने तकनीक का उपयोग करते हुए AI और डेटा एनालिटिक्स की मदद से सप्लाई चेन को ऑटोमेट किया।
इससे लॉजिस्टिक्स का खर्च घटा, और उत्पाद की कीमतें भी नियंत्रण में रहीं।
कंपनी ने किसानों को भी फेयर प्राइस सिस्टम के ज़रिए बेहतर मुनाफा दिलाने में मदद की है।
💰 Funding और Growth Journey
Poshn को कई वेंचर कैपिटल फर्मों से फंडिंग मिली है, जिनमें Prime Venture Partners जैसे बड़े नाम शामिल हैं।
कंपनी ने अब तक $10 मिलियन (लगभग ₹80 करोड़) से अधिक की फंडिंग जुटाई है।
इस निवेश से कंपनी ने न केवल अपनी सप्लाई चेन को मज़बूत किया, बल्कि भारत के 50+ शहरों में अपना नेटवर्क भी फैलाया।
🌍 आज Poshn कहाँ तक पहुँची है?
- भारत के 5000+ डिस्ट्रीब्यूटर्स और ट्रेडर्स जुड़े हैं
- हर महीने 20,000+ टन से अधिक फूड ग्रेन्स का कारोबार होता है
- कंपनी का मुख्यालय गुड़गाँव (Gurugram) में स्थित है
Poshn अब अंतरराष्ट्रीय मार्केट में भी विस्तार करने की योजना बना रही है।
🙌 शशांक सिंह से सीखने योग्य बातें
- छोटी शुरुआत कोई मायने नहीं रखती, अगर विज़न बड़ा हो।
- टेक्नोलॉजी और इनोवेशन किसी भी पारंपरिक बिज़नेस को नई ऊँचाइयों तक ले जा सकते हैं।
- इमानदारी और नेटवर्किंग, सफलता की असली पूंजी हैं।
✍️ निष्कर्ष
शशांक सिंह की यह कहानी सिर्फ एक बिज़नेस सफलता नहीं, बल्कि यह साबित करती है कि आम सोच से परे जाकर भी बड़ी सफलता हासिल की जा सकती है।
“Poshn” ने दिखा दिया है कि अगर जज़्बा और मेहनत हो, तो आटा और चावल बेचकर भी 600 करोड़ का साम्राज्य खड़ा किया जा सकता है।