Sensex Nifty आज का हाल – विदेशी निवेशक बाहर क्यों जा रहे हैं? जानिए बाजार की पूरी कहानी

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Sensex Nifty आज का हाल – विदेशी निवेशक भारतीय बाजार से बाहर क्यों जा रहे हैं

भारतीय शेयर बाजार में आज एक बार फिर उतार-चढ़ाव देखने को मिला।
जहाँ सुबह के सत्र में Sensex और Nifty में हल्की बढ़त दिखी, वहीं दिन के दूसरे हिस्से में बाजार ने तेज़ गिरावट का रुख अपनाया।
सबसे बड़ा सवाल ये है — आखिर विदेशी निवेशक (Foreign Investors) लगातार भारतीय बाजार से बाहर क्यों जा रहे हैं?

💹 Sensex Nifty आज का हाल (1 नवंबर 2025)

शुक्रवार को ट्रेडिंग के अंत में

  • Sensex लगभग 250 अंक गिरकर 72,860 के स्तर पर बंद हुआ।
  • वहीं Nifty 50 करीब 90 अंक नीचे फिसलकर 22,150 पर बंद हुआ।

बैंकिंग, आईटी और मेटल सेक्टर में सबसे ज्यादा दबाव देखा गया।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी बिकवाली का दौर जारी रहा।

💰 Foreign Investors बाहर क्यों जा रहे हैं?

पिछले कुछ हफ्तों से विदेशी निवेशकों (FIIs) द्वारा लगातार सेलिंग देखने को मिल रही है।
इसका कारण कई आर्थिक और वैश्विक फैक्टर हैं:

  1. 🌍 अमेरिका और यूरोप में ब्याज दरें ऊंची बनी हुई हैं — जिससे निवेशक अपने फंड्स को भारत से निकाल रहे हैं।
  2. 💵 डॉलर की मजबूती और रुपये की कमजोरी — विदेशी निवेशकों के लिए रिटर्न घटा रही है।
  3. 📊 भारत में वैल्यूएशन हाई हो जाने के कारण वे मुनाफा बुक कर रहे हैं।
  4. ⚠️ जियोपॉलिटिकल टेंशन और तेल की बढ़ती कीमतें — मार्केट सेंटीमेंट को कमजोर कर रही हैं।

📈 घरेलू निवेशक कर रहे हैं सहारा

जहाँ एक तरफ विदेशी निवेशक बाहर जा रहे हैं, वहीं घरेलू निवेशक (DIIs) लगातार बाजार में भरोसा दिखा रहे हैं।
म्यूचुअल फंड्स और रिटेल इन्वेस्टर्स की खरीदारी ने बाजार को पूरी तरह गिरने से रोका हुआ है।

🔮 आने वाले हफ्तों में क्या रहेगा रुझान?

एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले दिनों में बाजार में वोलैटिलिटी बनी रह सकती है।
अगर विदेशी निवेशकों की सेलिंग जारी रही तो Nifty 22,000 और Sensex 72,000 तक फिसल सकते हैं।
हालाँकि, त्योहार सीजन और अर्निंग रिपोर्ट्स के चलते शॉर्ट टर्म में रिकवरी की उम्मीद भी है।

💡 निवेशकों के लिए सलाह

  • दीर्घकालिक निवेशक डरें नहीं, बल्कि क्वालिटी स्टॉक्स में SIP जारी रखें
  • शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स को स्टॉप लॉस लगाकर ही काम करना चाहिए।
  • बैंकिंग, FMCG और ऑटो सेक्टर में स्थिरता के संकेत हैं।

📊 निष्कर्ष

2025 में विदेशी निवेशकों की निकासी ने बाजार में अनिश्चितता जरूर बढ़ाई है,
लेकिन भारत की मजबूत अर्थव्यवस्था और घरेलू निवेशक आधार बाजार को स्थिर बनाए रखे हुए हैं।
निकट भविष्य में किसी भी गिरावट को खरीदारी का मौका माना जा सकता है।

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